Thursday, December 4, 2008
इंग्लैंड का भारत दौरा
Friday, November 28, 2008
शहीदों को शत शत नमन
मुंबई में आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त करने वाले शहीदों को शत शत नमन। भारत एक है। देश के दुश्मनों, भारत में कुर्बानी की प्रथा सदियों से रही है। एक ज़माने में देश प्रेम से ओत प्रोत आजादी के दीवानों ने अपनी जान देकर देश को गुलामी की दास्तान से मुक्ति दिलाई। रूप बदल गया है। कुबानी के तरीके बदल गए हैं। लेकिन देश प्रेम में भारतीय जम्बाजो की गाथाएँ अब भी लोगों की जुबान पर है। मुंबई को एक बार फिर दहशतगर्दों से मुक्ति दिलाने में जांबाजों ने अपनी जीवन की आहुति दे दी। जांबाजों ने अपने आगे देश को प्राथमिकता दी। एक बार फिर मुझे देश के जांबाजों को शत शत बार नमन करने को दिल करता है। देश के लिए जान देने वालों से हमें सीख लेनी चाहिए। यहाँ पर मुझे शहीदों के एक लाइन खास तौर से याद आता है की
शहीदों चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशान होगा....
यहाँ मैं एक बात कहना चाहूँगा की कुर्बानिया बेकार नहीं जाती है। क़ुरबानियां बेकार गयीं तो वह जंग क्या, आंख से न टपका तो वह लहू क्या? इकबाल साहब की यह पंक्ति से मैं उन देश भक्तों की शहादत को नमन करता हूं.
Wednesday, October 15, 2008
दीपिका
पुणे, १५ अक्टूबर,
मुझे जीत का पुरा विश्वाश था। उक्त बातें भारत की दीपिका पटेल ने कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स की १० मी एयर पिस्टल (mahila) में गोल्ड मैडल जीतने के बाद कही। ८ साल की उम्र से निशानेबाजी में के खेत्र में उतरनेवाली दीपिका ने कहा की फाइनल मुकाबले के समय कोई दबाव नहीं था। पाँच नेशनल और दो इंटरनेशनल में हिस्सा ले चुकी दीपिका के लिए यह तीसरा इंटरनेशनल टूर्नामेंट है। पहली बार इंटरनेशनल लेवल पर पदक जीतने के बावजूद ठंडे स्वभाव की दीपिका ने पत्रकारों के हर सवालों का उत्तर बड़ी ही सहजता से दिया। वाराणसी की रहनेवाली दीपिका इस समय १२विकी छात्रा है। दीपिका ने कहा की इस समय उसे विदेशी कोच की जरूरत नहीं है। फिलहाल एस बी भट्टाचार्या से training ले रही दीपिका मार्च में होने बाले १२वी की तैयारी में लगी हुई है। उसने कहा की अब डेल्ही में २०१० में होनेवाले कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने के लक्ष्य बनाया है। अंजली भगवत को अपना आदर्श मानने वाली दीपिका का अन्तिम लक्ष्य ओलंपिक मैडल जीतना है.
Tuesday, August 19, 2008
बधाई
द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने के लिए बधाई। संजीब भाई आप अपना एक बैओदाता भेज देन और अपना एक इंटरव्यू भी भेज देनमेरे मेल पर अक्टूबर में जमशेदपुर आने पर मिलूँगा।
आदित्य झा
सब एडिटर , लोकमत समाचार
औरंगाबाद , महाराष्ट्र
सेल नम्बर - 09765890731
Friday, July 11, 2008
लोकमत समाचार औरंगाबाद के मुख्य उप संपादक हसन नजमी को श्रधान्जली
Thursday, July 10, 2008
तलवा चाटने वालों से सावधान
मैं सम्पादक का आदर करता हूँ लेकिन काम के आलावा मैं कोई बात नहीं करना चाहता हूँ। वास्तव में मैं यही करता भी हूँ। परन्तु क्या कहूं। एक बंद अपने साथ काम करता है .उसको देखता हूँ दिन हो या रात , हमेशा संपादक को ऑफिस की कहानी बताता रह्या है। मेरे कई सहकर्मियों ने उसकी इस आदत के कारण अन्य जगहों पर जानाशुरू कर दिया है। सच तो ये है की मैं भी किसी अन्य स्थान पर नई पारी खेलने के मूड में हूँ। मैं अपने ऐसे दोस्तों को कहना चौंगा की भइया चाटुकार पत्रकार खासकर जो तलवा चाटकर अपने गुजारा करतें हैं, सावधान हो जाओ.
Sunday, June 29, 2008
Friday, June 27, 2008
ताज के लिए संदेश
कैसे हो । मैंने भड़ास पर रांची इ-नेक्स्ट की लांचिंग की ख़बर पढ़ी। मुझे भी रांची ११ जून को बुलाया गया था लेकिन पिछले तीन महीने से मैं छुट्टी लेता रहा इसीलिए मैं रांची नहीं आ सका। मैंने शर्मिष्ठा मैडम , जो हमलोगों से मिली थी, से कहा की मैडम फ़ोन पर मुझसे बातें कर लें क्योंकि हम पहले भी मिले थे। लेकिन मैडम ने कहा की यह सम्भव नहीं है। रांची ही आना पढेगा । लेकिन मुझे छुट्टी नहीं मिली और तुम्हारा सहकर्मी होते-होते रह गया। खैर ताज भाई यदि कोई ऐसा चांस मिले तो बताना। मेरा मोबाइल का नम्बर है ९७६५८९०७३१ मेरा ब्लॉग पढ़ते रहो। भड़ास में भी पढ़ सकते हो।
आदित्य झा , सब एडिटर (खेल),
लोकमत समाचार , औरंगाबाद, लोकमत भवन , जालना रोड पिन कोड -431210
Friday, June 20, 2008
मुगालतें में नहीं रहें
Monday, June 16, 2008
भड़ास: अब देखते रहना की कितनी भड़ास है
police ki jaat badi kamini hai. police sudharnewali nahin hai. keval manvadhikaron ki baat karti rahti hai. kaun sudharega inko ? kuchch barsh pahle ki baat hai Madhepura (Bihar) me samanti parvarti ka ek dabang yuvak ne ek mahila ko baal pakad kar aur ghasit kar buri taraha se pitai ki thi . Baad me D M se patrakaron ne sawala kiya to uska kahna tha ki dekhte hai, report nahin mili hai... Bhagwan hi ab malik ....