मुझे जीत का पुरा विश्वाश था। : दीपिका
पुणे, १५ अक्टूबर,
मुझे जीत का पुरा विश्वाश था। उक्त बातें भारत की दीपिका पटेल ने कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स की १० मी एयर पिस्टल (mahila) में गोल्ड मैडल जीतने के बाद कही। ८ साल की उम्र से निशानेबाजी में के खेत्र में उतरनेवाली दीपिका ने कहा की फाइनल मुकाबले के समय कोई दबाव नहीं था। पाँच नेशनल और दो इंटरनेशनल में हिस्सा ले चुकी दीपिका के लिए यह तीसरा इंटरनेशनल टूर्नामेंट है। पहली बार इंटरनेशनल लेवल पर पदक जीतने के बावजूद ठंडे स्वभाव की दीपिका ने पत्रकारों के हर सवालों का उत्तर बड़ी ही सहजता से दिया। वाराणसी की रहनेवाली दीपिका इस समय १२विकी छात्रा है। दीपिका ने कहा की इस समय उसे विदेशी कोच की जरूरत नहीं है। फिलहाल एस बी भट्टाचार्या से training ले रही दीपिका मार्च में होने बाले १२वी की तैयारी में लगी हुई है। उसने कहा की अब डेल्ही में २०१० में होनेवाले कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने के लक्ष्य बनाया है। अंजली भगवत को अपना आदर्श मानने वाली दीपिका का अन्तिम लक्ष्य ओलंपिक मैडल जीतना है.
Wednesday, October 15, 2008
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